Book Title: Ratnasar Author(s): Tarachand Nihalchand Shravak Publisher: Tarachand Nihalchand Shravak View full book textPage 5
________________ विषयानुक्रमणिका. (ब प्रश्न. . विषय. । श्रीवीतरागनी वाणीनी महिमा. । केतला बोल सांभल्यां बिना शास्त्र ना भेद न जाणे ? । बावीस योगवाई पुण्य बिना न पामिये, । केहवा पुरुष नो संग कीजे तो धर्म पामे ? " । केहवा पुरुष नो संग न कीजे ? १ जीव धर्म किम् पामे ? .. . २ अभ्यास चार प्रकार ना. । जीव में पाप, पुण्य, अथिरता श्या थी उपजे ? ३ धर्म, पुण्य, पाप कर्म स्या थी उपजे ? । जैन धर्म क्यारे प्रवर्ने ? ४ देशना केवी रीत नी होवी जोइये ?Page Navigation
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