Book Title: Purudev Champoo Prabandh
Author(s): Arhaddas, Pannalal Jain
Publisher: Bharatiya Gyanpith

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Page 437
________________ ३९८ पुरुदेवचम्पूप्रबन्धे पाटलिग्राम२.(२५).६० [म] पश्चिम विदेहके गन्धिल देशका मगध ७.(१२).२५७ एक ग्राम एक देश पाण्डुकवन ४.७१.१८६ मङ्गलावतीमेरुपर्वतका एक वन, जिसमें २.(४९).६८ __ पुष्करद्वीपके पूर्व विदेह का एक देश पाण्डुकशिला होती है मङ्गळावती २.(५१).६९ पुण्डरीकिणी २.४.५१ जम्बूद्वीपके पूर्व विदेह सम्बन्धी ____ जम्बूद्वीपके पूर्व विदेहका एक देश मन्दरागएक नगरी ४.६९.१८४ पुण्डरीकिणी सुमेरुपर्वत २.(५९).७३ मन्दरगिरि ८.(६८).३१६ धातकीखण्ड द्वीपके पश्चिम भाग मेरु पर्वत सम्बन्धी मेरुसे पूर्व दिशामें स्थित मन्दरमधर १०.(५८).३६९ विदेहके पुष्कलावती देशकी एक मन्दराचल नगरी महाकच्छपुरिमताल८.(३५).२९३ ७.(१२).२५७ एक देश एक नगर, जिसके उपवनमें भगवान् वृषभदेवको केवलज्ञान हुआ था महाराष्ट्र ७.(१२).२५७ एक देश पुरन्दरपुर ४,५६,१७२ महापूतजिनालयस्वर्ग, सौधर्मेन्द्रका निवास नगर २.२३.६५ विदेह क्षेत्रका एक प्रसिद्ध मन्दिर पुष्करद्वीप २.(४९).६८ मानुषोत्तर पर्वतमध्यलोकका तीसरा द्वीप ८.(५२).३०४ पुष्कलावती २.१.४९ पुष्करवर द्वीपके मध्यमें स्थित वलयाकार पर्वत ___ जम्बूद्वीपके पूर्व विदेहका एक देश मालवपूर्वमन्दर२.(४९).६८ ७ (१२).२५७ एक देश पुष्कर द्वीपका पूर्व मेरु प्रमा३.(२७).१०६ [र] ऐशानस्वर्गका एक विमान रजताचल १.(१३).९ प्रमाकरपुरी २.(५१).७० विजया पर्वत पुष्करद्वीपके पश्चिम भाग सम्बन्धी रत्नसंचय २.(४९).६८ पूर्व विदेहके वत्सकावती देशकी एक मंगलावती देशका एक नगर नगरी रत्नसंचय ___३.(७६).१२३ प्रमाकरपुरी २.(६०).७४ पुष्करार्ध द्वीपके पूर्वार्ध सम्बन्धी धातकोखण्डके पश्चिम भाग पूर्व विदेहमें स्थित मंगलावती सम्बन्धी पूर्व विदेहके वत्सकावती देशका एक नगर देशकी एक नगरी रत्नसंचय राजधानी २.(६०).७४ प्रभाकरपुरी ३.(२१).१०४ पुष्कराध द्वीपके पूर्वभाग सम्बन्धी जम्बूद्वीपके पूर्व विदेह सम्बन्धी पूर्व विदेहके मंगलावती देशका एक वत्सकावती देशकी एक नगरी नगर प्राण२.(६०).७४ रम्य ७.(१२).२५७ तेरहवाँ स्वर्ग एक देश Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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