Book Title: Purudev Champoo Prabandh
Author(s): Arhaddas, Pannalal Jain
Publisher: Bharatiya Gyanpith

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Page 448
________________ सुदती सुदृष्टि पिता परिशिष्टानि ४०९ सारस्वत७.(४०).२७१ सुविधि ३.(७७).१२४ लोकान्तिक देवोंका एक भेद सुदृष्टि राजा और सुन्दरनन्दाका सिद्धार्थ ८.(२१).२८८ पुत्र, श्रीधरदेवका जीव हस्तिनापुरके राजा सोमप्रभका सुराधिप ७.(१२).२५७ द्वारपाल सौधर्मेन्द्र सीमन्धर२.(६०).७४ सुराधिपति ४.५१.१७१ एक तीर्थंकर सौधर्मेन्द्र सुत्रामा-इन्द्र ४.१८.१४८ सुराधिपतिसुन्दरी ५.१३.२०१ २.(२५).६० सौधर्मेन्द्रकी इन्द्राणी पाटलिग्राम निवासी नागदत्त वणिक सुरादि जीव-देवगण ४.३२.१६१ की स्त्री सुरेन्द्र-सौधर्मेन्द्र ७.३३.२६९ सुदत्ता३.(३५).१०८ सोमप्रभ ७.(२७).२६७ धान्यनगरके कुबेर वैश्यकी स्त्री हस्तिनापुरके राजा सुदर्शना२.(५४).७१ सोमप्रभ ८.१३.२८९ ___ एक गणिनी ( आर्यिका ) हस्तिनापुरका राजा श्रेयांसका ३.(७७).१२४ भाई सुसीमानगरीका राजा, सुविधिका सौधर्मपति ४.(९१).१७८ सौधर्मस्वर्गका इन्द्र सुधमगुरु२.(४९).६८ स्वयंप्रम ३.(६४).११८ ___एक मुनि एक देव, श्रीमतीका जीव सुनन्दा६.१५.२२९ स्वयंप्रम ३.(५४).११६ ___ भगवान् आदिनाथकी स्त्री एक तीर्थंकर सुन्दरनन्दा३.(७७).१२४ स्वयंप्रमा १.८९६).४३ ___ सुसीमानगरीके राजा सुदृष्टिकी स्त्री ललितांगदेवकी स्त्री ६.४३.२४७ स्वयंप्रमगुरु १.(७५).३५ भगवान् वृषभदेवकी पुत्री एक मुनि, जिनके पास जयवर्माने सुन्दरी ३.(५३).११५ दीक्षा ली पुण्डरीकिणी नगरीके राजा स्वयंप्रमा १.(९८).४४ प्रियसेनकी स्त्री ललितांगदेवकी देवांगना, श्रीमतीसुप्रमा २.(५३).७९ का पूर्वभव गन्धिल देशकी अयोध्या नगरीके स्वयंबुद्ध १.(३९).२१ राजा जयवर्माकी स्त्री राजा महाबलका मन्त्री सुबाहु ३.(९८).१३१ मतिवरका जीव हरि-एक राजा ७.(२७).२६७ सुबुद्धि ४.२७.१५९ हरिकान्त-हरिका नामान्तर ७.(२७).२६७ एक देवी हरिचन्द्र १.३७.२५ २.(२७).६० राजा अरविन्दका प्रथम पुत्र पलाल पर्वत ग्रामके निवासी हरिवाहन-वराहका पूर्वभव ३.(३४).१०८ देवलकी स्त्री ही-एक देवी ४.२७.१५९ सुन्दरी सुमति ५२ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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