Book Title: Puja Vidhi Ke Rahasyo Ki Mulyavatta
Author(s): Saumyagunashreeji
Publisher: Prachya Vidyapith

View full book text
Previous | Next

Page 435
________________ सात क्षेत्र विषयक विविध पक्षों का समीक्षात्मक अनुशीलन ...369 6. पत्रिका में जय जिनेन्द्र 7. पर्यूषण, महापूजन आदि महोत्सव में उपस्थित श्रावकश्राविका के चरण प्रक्षालन, बहुमान, स्वागत आदि का नकरा 8. महोत्सव के लिए संघ की साधारण जाजम बिछाने की बोली 9. दीक्षार्थी के विदाई तिलक की बोली 10. भोजनशाला / आयम्बिल खाते का भूमिपूजन 11. भोजनशाला / आयम्बिल खाते का शिलान्यास, उद्घाटन आदि 12. भोजनशाला / आयम्बिल खाते साधारण की कायमी तिथि 13. संवत्सरी पर सकल संघ को साधारण मिच्छामि दुक्कडम् देने का नकरा 14. पाठशाला में बालकों को किसी के हाथों इनाम आदि वितरण करवाना 15. स्नात्रपूजा में इस्तेमाल हुए देवद्रव्य देवद्रव्य क.देवद्रव्य सिंहासन आदि का नकरा आंगीखाता देवद्रव्य 16. परमात्मा की अंगरचना साधारण साधारण साधारण साधारण साधारण साधारण साधारण साधारण साधारण साधारण साधारण साधारण साधारण साधारण साधारण साधारण साधारण साधारण साधारण पाठशाला/ साधारण साधारण साधारण का नकरा 17. ग्रंथ प्रकाशन एवं विमोचन 1. ज्ञान खाते से प्रकाशित हो ज्ञानखाता ज्ञानखाता ज्ञानखाता 2. व्यक्तिगत लाभार्थी द्वारा पुस्तक प्रकाशन प्रकाशित हो साधारण साधारण साधारण साधारण साधारण साधारण साधारण साधारण साधारण देवद्रव्य देवद्रव्य ज्ञानद्रव्य

Loading...

Page Navigation
1 ... 433 434 435 436 437 438 439 440 441 442 443 444 445 446 447 448 449 450 451 452 453 454 455 456 457 458 459 460 461 462 463 464 465 466 467 468 469 470 471 472 473 474 475 476