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६० : पद्मावती राजधर्म भी ऐसा ही होना चाहिए जिसके द्वारा किसी-न-किसी रूप में शिवत्व की झलक मिल जाती हो । समस्त नाग राजाओं में गणपति नाग के सिक्कों का अधिक विस्तार रहा । नागवंशीय इन सिक्कों का भार १८ ग्रेन से लेकर ३६ ग्रेन तक मिलता है।'
१. (दि वाकाटक गुप्त एज-पृष्ठ ३००)।
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