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आगम
संबंधी
साहित्य
प्रत
सूत्रांक
यहां
देखीए
दीप
क्रमांक
के लिए
देखीए
रावृत्तिक
आगम
सुत्ताणि'
नं.अ.आ. ओ. द.पि. उ.
॥ ९ ॥
मुनि दीपरत्नसागरेण पुनः
सूत्राचादि
अह छोउत्तरियं
अह बढइ सो भयवं
अहं बहु सो भयवं
अहव ण कुजाहारं अहव ण दोसीणं चिअ अहव ण सचितमीसो
अहवऽणुपुब्बीणाम
अव निमिलाईणं
अह वयपरियारहिं
नन्दी - आदि-सप्तसूत्राणि - गाथा - अकारादि
[ अकार ]
संकलिता नन्दी आदि गाथा-अकारादिः (आगम-संबंधी - साहित्य)
आगमाहः सूत्राच
७७०
६९+
१९१
६६५
१४७
५४६
३३+
अहवा उबकमे छब्बि
अहवा उवणिहिआ दब्बा०
अहवा कम्मेण व
४
३
३
६
४
६
७
३
३
२
२
३
२९+
७१२
७०
९८
+ ६७
शायद अहवा गुणपडिवन्नस्स
अहवा चउण्ड नियमा
अहवा जाणयसरीर०
अहवा णाणाईणं
अहवा तइयपोरिसीए
अहवा न कुज आहारं
अवावि अकरणाए
अहवावि इमो हेऊ
अहवावि विणासेंतं अहवावि विभूसाए
अहवा सपरिकम्मा
आगमाहः सूत्राचः
९
५८
५०
६७६ अह सा भ्रमरसंनिभे
१११८* अह सारही तओ भणइ
अह सारही विचितेर
५८२ ३००+ अह सा रायवरकन्ना ८७ अह सा रायवरकन्ना ६७२ अह सा सत्थाहसुआ
२०२ + अह से तत्थ अणगारे
१११०* अह सो तत्थ निज्जंतो
६७४ अह सोऽवि रायपुत्ती
१७४ + अह सो सुगंधगंधिए
१
६
२
३
७
४
४
५
३
४
७
अहवा सयं करेंतं
३
अहवा संघाओ साडणं च ३
~ 24 ~
सूत्राचादि अह सचमंमि मासे
अह सम्बदब्वपरिणाम ०
अह सव्वदव्यपरिणाम ०
आगमाङ्गः सूत्राचडः
५९+
५९*
७७
८१२
३
१
३
७
७.
७
७
७
७
७
७
७
७
७९९*
१०५८*
८२२*
७८९*
४३४
९५२*
७९६*
८१८*
८०६०
सूत्राधनुक्रमः
॥९॥