Book Title: Nandi Aadi Sootra Gaathaadi Akaaraadi Kram
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Deepratnasagar
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आगम संबंधी साहित्य
नन्दी-आदि-सप्तसूत्राणि-गाथा-अकारादि
[ए-कार ] मुनि दीपरत्नसागरेण पुन: संकलिता नन्दी-आदि गाथा-अकारादिः (आगम-संबंधी-साहित्य)
प्रत
सूत्राक
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GRESS
एमेव य भंगतिभ- ६७३ एयम९०णमि रायरिसिं एमेव य समणीणं ३ १५०३ एयमढणमि रायरिसिं एमेव रूबंमि गओ पोस ७ ११८८ एयमढुं०णमि रायरिसि एमेव वाइखमए ६. ३१५ एयमहणमि रायरिसिं एमेव विसकर्यमिवि ४ ६०३ एयमढ णमि रायरिसिं एमेव समि० ७ १२०१* एयम९०णमि रायरिसि एमेव सेसएसुवि ६ ७६ एयम णमी रायरिसी एमेव सेसयाणवि एमेव सेसियामुऽवि
४२१
एयमहणमी रायरिसी एमेवऽहाछंदकुसीलरूवे ७ ७४८% एवमढणमी रापरिसी एमेव होइ पुरिसो ४ ४९४ एयमझुणमी राबरिसी एवदोसविमुकं ४ १३४+ एवमढ०णमी रायरिसी एयहोसविमुकं ४ ५१८ एवमटुं०णमी राबरिसी एयरोसविमुकं घेत्तुं
३८९ एवमटुं०णमी राबरिसी
७
२२० एयम१०णमी रामरिसी २५६० एवमहं०णमी रायरिसी
२६० एवम१०णमी राबरिसी ७ २६८४ एवमट्ठ० निसामित्ता . २७४* एवमटुं निसामित्ता
२४०* स्यम९ सपेहाए
२४६० एवं अकाममरणं ७
२५०* एवं किइकम्मविहि २५२० एवं घासेसणविहिं।
२५४७ एवं चव्विहं राग० . २५८* एवं पपउम्विई रागदोस०३ . २६४ एवं चेव पमाणं
२६६* एवं चेव पमाणं
३०२+
२४
'सवृत्तिक आगम
५८१
CM
१८४
सुत्ताणि
~49~

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