Book Title: Nandi Aadi Sootra Gaathaadi Akaaraadi Kram
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Deepratnasagar
View full book text
________________
आगम संबंधी साहित्य
नन्दी-आदि-सप्तसूत्राणि-गाथा-अकारादि
[ब-कार + भ-कार ] मुनि दीपरत्नसागरेण पुन: संकलिता नन्दी-आदि गाथा-अकारादिः (आगम-संबंधी-साहित्य)
प्रत
सूत्राक
यहां
३
देखीए
५
७
दीप क्रमांक के लिए देखीए
३
06666
|बालेहि मूटेहि अयाणएहिं . ३८९० बाहुबलि कोवकरणं वालो अबालभावो ३ ७३+ विइयकसायाणुदए । बावत्तरि कलाओ अ ४३६ विइयदुयस्स विवक्खो बावत्तरी कलाओ अ
७६४० विदयपइन्ना जिणसास० बावीससहस्साई
७ १४५३० बिइयस्स पेसवर्ग बावीस सागराई
१६०५० बिइयंमि होति तिरिया बावीससागराऊ ७ १५३८७ बिइयं सुत्तग्गाही बावीसं तित्थयरा
३ १२६० विडमुब्भेइमं लोणं । बावीसं बायरसंपराए ७ ७९ वियतियचउरो पंचिदिया बाहाए अंगुलीय ४ ४३८ वियतिवचउरो पंचिंदिया बाहिरखितमि ठिओ ३ १२३४ बिंदू छीए [य] परिणय बाहिरगामे बुच्छा ४ १०४+ बीए जोणिब्भूए बाहिरलंभे भजो
६२ वीओदग संघट्टण बाहिं जइवि असुद्धा ४ १०१ बीओऽवि नमीराया
156-06-156454
३४९ बीओऽविज एसो १०९ बीओऽविय आएसो | १४२ बुद्धस्स निसम्म भासियं
९३ बुद्धाई उवयारे - ४९९ बुद्धे परिणिब्बुए चरे
बेइंदियकायमइगओ
बेइंदियपरिभोगो २२६* चेइंदियपरिभोगो ३६६ बेइंदिया उ जे जीवा
४७ बोडिय सिवभूईओ १४७७ बोडियसिवभूईओ २३४ बोहण अप्पडिबुद्धे २४७+
भकार: २६९ भइणीओ मे महाराय!
RAHASABHA
४
'सवृत्तिक आगम
५ ४ ७
सुत्ताणि
~145~

Page Navigation
1 ... 143 144 145 146 147 148 149 150 151 152 153 154 155 156 157 158 159 160 161 162 163 164 165 166 167 168 169 170 171 172 173 174 175 176 177 178 179 180 181 182 183 184 185 186 187 188 189 190 191 192 193 194 195 196 197