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आगम
संबंधी
साहित्य
प्रत
सूत्रांक
यहां
देखीए
दीप
क्रमांक
के लिए
देखीए
रावृत्तिक
आगम
सुत्ताणि'
नं.अ.आ. ओ.
द.पि. उ.
॥ ३९ ॥
मुनि दीपरत्नसागरेण
नन्दी आदि सप्तसूत्राणि गाथा अकारादि
[ ज-कार ]
संकलिता नन्दी आदि गाथा-अकारादिः (आगम-संबंधी - साहित्य)
जं भणसि नत्थि भावा
५.
जं भत्तपाणडवगरण०
५.
जं भवे० न मे कप्पइ तारिसं ५
जं० भावे परिणमइ
के
जं मिक्स मत्तवित्ती
भियगामे नाणस्स जंभिय बहि उजुवालिय
जंमि निसेविते
जं मे बुद्धाऽणुसासंति
जं बर्फ वयमाणस्स
जं वाइद्धं वचामेलियं
जं विवित्तमणाइनं
जं बेलं कालगओ
जं संठाणं तु इदं भवं
વ
३.
३
४.
७
५.
३
३
२
पुनः
७१
जं संमरामि जं च
जा अ सथा अवत्तब्बा
जाइमयं पडियद्धा
2+
१०३
७९५ जाइमरणाओ मुबइ ३४६ जाइमंता इमे रुक्खा
५२४ जाइ सद्धाइ निक्खंतो
५२६ जाइस्सरो अ भयवं
५७
जाई चत्तारि भुजाई
जाई सरितु भववं
जाईइ पगासनिवेयणं
२७
२९०
२०. जाईकुलगणकम्मे
५१०# जाईकुले विभासा
१३२५ जाई जरामबुभयाभिभूया
९६९ जाईजरामरणसोगपणासणस्स
~84~
२
५
७
५
५
५
३
५
७
७
६
६
७.
२४
| जाईपराजिओ खलु, २७९* जाईसरो अ भयवं ३६३४ जाईसरणे समुप्पन्ने
४६०* जाड अस्साविणी नावा
३०८३ जाए दिसाए उ गया
३९५ जाए दिसाऍ गामो तत्तो
१९३ जाऍ दिसाऍ गिलाणो
२५५ जा किण्हाइ ठिई खलु
२२९७ जा चेव उ आउटिई
३५३ जा चेव उ आंडठिई
४०६*
७१+
६०.८
९०२*
२४७ १३३९ ८४
४
७ १३४०*
७ १५४०*
७. १६१७*
東 ६७१
४
७६०
४६४*
४६५*
७.
४
४३७ जा जयमाणस्स भवे
४३८ जा जयमाणस्स भवे
४४४* जा जा वचइ रयणी
१२* जा जा वचइ रयणी० धम्मं तु ७
सूत्राधनु
क्रमः
॥ ३९ ॥