Book Title: Nandanvan Kalpataru 2013 07 SrNo 30
Author(s): Kirtitrai
Publisher: Jain Granth Prakashan Samiti

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Page 15
________________ स्वामिरामकृष्णपरमहंसचरितम् डॉ. आचार्यरामकिशोरमिश्रः कालीभक्तो रामकृष्णपरमहंसस्त्वब्रवीत् । ईश्वरोऽस्ति सर्वव्यापी सत्यो नित्यः सनातनः ॥१॥ स सूर्यः स एव वह्निः स आकाशः स मारुतः । स जलं स प्रमात्मा यो वसति सदात्मसु ॥२॥ गुरुदेव ! कः पुण्यात्मा ? नरेन्द्र इति पृष्टवान् । परोपकृतये यस्तु पीड्यते स कृती जनः ॥३॥ Jain Educationa International For Personal and Private Use Only www.jainelibrary.org

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