Book Title: Launkagacchha aur Sthanakvasi
Author(s): Kalyanvijay Gani
Publisher: Kalyanvijayji

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Page 58
________________ ५६ पट्टावली-पराग ६१ ज्ञानाचार्य ६२ भारणा ६४ जीवर्षि ६५ तेजराज ६७ जीवराज ७८ घनजी ७० मनजी ७१ नाथूरामाचार्य ७३ छित्तरमल ७४ राजाराम ७६ रामलाल ७७ फकीरचन्द ७६ सुमित्त ८० जिरणचन्द ( २०११ में जिनचन्द्र ने यह पट्टावली बनाई ) ६३ रूपाचार्य ६६ हरजी ६६ विस्सणायरियो ७२ लक्ष्मीचन्द्र ७५ उत्तमचन्द ७८ पुष्फभिक्खू Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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