Book Title: Kartikeyanupreksha Author(s): Kartikeya Swami, Mahendrakumar Patni Publisher: Digambar Jain Swadhyay Mandir Trust View full book textPage 3
________________ पुस्तक प्राप्ति स्थान - * श्री दिगम्बर जैन स्वाध्याय मन्दिर ट्रस्ट, सोनगढ़ * श्री टोडरमल स्मारक भवन, 4-A, बापूनगर, जयपुर (राज ० ) प्रथमावृत्ति १००० श्री पाटनी दि० जैन ग्रन्थमाला मारोठ, रक्षाबंधन, वीर नि० सं० २४७७ द्वितीयावृत्ति : ५०० श्री वीतराग विज्ञान प्रकाशिनी ग्रन्थमाला, खण्डवा, वीर नि० सं० २५०० तृतीयावृत्ति १३१०० श्री दि० जैन स्वाध्याय मंदिर ट्रस्ट सोनगढ़, वीर नि० सं० २५०५ इस ग्रन्थ की ३१०० प्रति के ३२ फार्म में २० x ३० = १५.५ Kg. का जे. के. मेपलीथो १०३ रोम कागज लगा है । Jain Education International For Private & Personal Use Only मुद्रक नेमीचन्द बाकलीवाल बाकलीवाल प्रिन्टर्स मदनगंज - किशनगढ़ (राजस्थान ) www.jainelibrary.orgPage Navigation
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