Book Title: Kalpasutra Moolpath
Author(s): Bhimsinh Manek Shravak Mumbai
Publisher: Bhimsinh Manek Shravak Mumbai

View full book text
Previous | Next

Page 117
________________ हगिरी' जाइस्सरे कोसियगुत्ते (२)। थेरेहितोणं अङसंतिसेणिएहिंतो माढरसगुत्तेहिंतो एब णं उच्चानागरी सादा निग्गया। थेरस्स णं असंतिसेणियस्स माढरसगुत्तस्स इमे । चत्तारि थेरा अंतेवासी अदावच्चा अनिमाया हुना, तंजहा-(ग्रं० १000) थेरे। 'अजसेणिए' (१) थेरे 'अजतावसे' (२) थेरे 'अङकुबेरे' (३) थेरे 'अजइसिपालिए | (४)। थेरेहिंतो णं अजसेणिएहिंतो एच णं अऊसेणिया सादा निग्गया, थेरेहिंतो णं , अजतावसेहिंतो एच एणं अऊतावसी साहा निग्गया, थेरेहिंतो णं अजकुबरेहिंतो एन । णं अङकुबेरा साहा निग्गया, थेरेदितो णं अशसिपालिएहिंतो एच णं अजइसिपाखिया सादा निग्गया। थेरस्स णं अजसीदगिरिस्स जाइस्सरस्स कोसियगुत्तस्स श्मे चत्तारि थेरा अंतेवासी अदावच्चा अनिमाया दुबा, तंजदा-थेरे 'धणगिरी' थेरे । 'अकवरे' थेरे 'अऊसमिए' थेरे 'अरिददिन्ने ॥थेरेदितो णं अङसमिएदितो गोयमसगुत्तेहिंतो श्च णं बंनदीविया साहा निग्गया, थेरेहिंतोणं अजवहिंतो गोयमसगुत्ते Jain Education For Private Personal Use Only

Loading...

Page Navigation
1 ... 115 116 117 118 119 120 121 122 123 124 125 126 127 128 129 130 131 132 133 134 135 136 137 138 139 140 141 142