Book Title: Jina Siddhant
Author(s): Mulshankar Desai
Publisher: Mulshankar Desai

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Page 10
________________ [जिन सिद्वान्त 4 - - - - - - कैसे करे-यह लच्य विन्दु रखकर सरल तथा सुगम भाषा में यह ग्रन्थ रचने का विकल्प हुआ है । और कोई नामवरी अथवा ख्याति का प्रयोजन नहीं है। जिन सिद्धान्त नामक ग्रन्थ का उदय होता हैप्रश्न-द्रव्य किसको कहते हैं ? उत्तर-गुण पर्याय के समूह को द्रव्य कहते हैं। प्रश्न-गुण किसको कहते हैं ? उत्तर-द्रव्य के पूरे भाग में और उसकी सब अवस्थाओं में जो रहे उसको गुण कहते हैं । गुण अनादि अनन्त हैं । जैसे-जीव का गुण चेतना, पुद्गल का गुण रूप, रस, गन्ध आदि एवं सोने का गुण पीला आदि। प्रश्न-गुणके कितने भेद हैं ? उत्तर-दो भेद हैं । १-सामान्य गुण, २-विशेष गुण । प्रश्न-सामान्य गुण किसको कहते हैं ? उत्तर-जो गुण सब द्रव्यों में हो उसे सामान्य गुण कहते हैं। प्रश्न-विशेष गुण किसको कहते है ? ___ उत्तर-जो गुण सब द्रव्यों में न पाया जाय उसको विशेष गुण कहते हैं।

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