Book Title: Jain Siddhant Pravesh Ratnamala 08
Author(s): Digambar Jain Mumukshu Mandal Dehradun
Publisher: Digambar Jain Mumukshu Mandal

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Page 290
________________ प्र० ३५-~भगवान को क्या होता है और क्या नहीं होता? उत्तर - भगवान को पूरा ज्ञान होता है और थोडा भी राग नही होता । प्र० ३६-भगवान कुछ खाते हैं ? उत्तर-भगवान कुछ नहीं खाते। प्र० ३७-अरिहंत और सिद्ध में क्या अन्तर है ? उत्तर-अरिहत के शरीर होता है सिद्ध के शरीर नहीं होता। प्र० ३८-भगवान महावीर इस समय सिद्ध है या अरहंत' उत्तर- भगवान महावीर इस समय सिद्ध हैं। प्र० ३६-इस समय अरहत हो ऐसे भगवान का क्या नाम है ? उत्तर-सीमन्धर भगवान इस समय अग्हंत है। प्र० ४०-नमस्कार मंत्र शुद्ध तथा सुन्दर अक्षरो मे लिखो ? उत्तर-णमो अरिहताण, णमो सिद्धाण, णमो आइरियाणं । णमो उवज्झायाणं, णमो लोए सव्व साहूण ॥ प्र० ४१ --जगल मे कौन ध्यान से बैठे थे ? उत्तर-जगल मे एक मुनि ध्यान मे बैठे थे। प्र० ४२-अपने गुरु कौन हैं ? उत्तर-मुनि हमारे गुरू है। प्र० ४३ गुरु के पाठ मे एक आचार्य का नाम लिखा है बे कौन उत्तर-आचार्य कुन्दकुन्द जी प्र० ४४-एक महान शास्त्र का नाम बताओ? उत्तर-समयसार एक महान शास्त्र है।

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