Book Title: Jain Paramparano Itihas Vol 4
Author(s): Darshanvijay, Gyanvijay, Nyayavijay
Publisher: Charitra Smarak Granthmala

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Page 449
________________ ४०८ ] જેન પરંપરાનો ઈતિહાસ श्री नाटिफाइड एरिया कमेटी सरधनाने उक्त प्रार्थना को वि. सं. २०१२ मिगसिर कृष्णा १० गुरुवार दि ८-१२-१९५५ को प्रस्तास पास करके स्वीकृति दे दी है। जीवदयाका फरमान - Copy of the Matter passed against resolution no. 9, 8/12/1955 by N. A. C. Suradhara. सर्व सम्भतिसे तय हुआ कि, इन दिनों पर मजनाखाना बन्ध रहे, लेकिन श्री जमील अहमद. श्री अब्दुल हमीदीवांजी. श्री हमीदुल्लाजी, श्री हामसीतुल्लाजी. इसके साथ साथ यह याचते हैं कि - अगर इन दिनों में कोइ मुस्टिम त्यौहार आ जाय तो उस दिन मजबाखाना खलना चाहिये लेकिन बहमत इससे खिलाफ हैं इस लिये ६ त्यौहारों पर मजवखाना बन्ध होना पास हुआ । Copied Compared by K. P. Sharma R. P. Varma. 15/i/1956 15/1/1956 मुपरिन्टेन्डन्ट नोटिफाइड एरिया, A. Wohid सरधना जिल्ला प्रेसिडन्ट नोटिफाइड एरिया जिल्ला मेरठ । (- नियोन हिन्दी रिता, पृ० १८, २०) Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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