Book Title: Jain Dharm Ki Kahaniya Part 06 Author(s): Haribhai Songadh, Rameshchandra Jain Publisher: Akhil Bharatiya Jain Yuva Federation View full book textPage 4
________________ अबतक - १५,००० प्रतियाँ तृतीय आवृत्ति - ५,००० प्रतियाँ १५ नवम्बर, २००१ (महावीर निर्वाण महोत्सव) न्यौछावर - सात रुपये मात्र © सर्वाधिकार सुरक्षित प्राप्ति स्थान - अखिल भारतीय जैन युवा फैडरेशन, शाखा - खैरागढ़ श्री खेमराज प्रेमचंद जैन, 'कहान-निकेतन' खैरागढ़ - ४९१८८१, जि. राजनांदगाँव (म.प्र.) पण्डित टोडरमल स्मारक ट्रस्ट ए-४, बापूनगर, जयपुर – ३०२०१५ (राज.) ब्र. ताराबेन मैनाबेन जैन 'कहान रश्मि', सोनगढ़ - ३६४२५० जि. भावनगर (सौराष्ट्र) | अनुक्रमणिका ॥ टाईप सेटिंग एवं मुद्रण व्यवस्था - जैन कम्प्यूटर्स, श्री टोडरमल स्मारक भवन, मंगलधाम, ए-४, बापूनगर, जयपुर - ३०२०१५ फोन : ०१४१-७००७५१ फैक्स : ०१४१-५१९२६५ अकलंक-निकलंक (नाटक-गद्य ) अकलंक-निकलंक (नाटक-पद्य ) आचार्य अकलंक देव (संक्षिप्त परिचय ) मोह की हार (२)Page Navigation
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