Book Title: Jain Darshansara
Author(s): Chainsukhdas Nyayatirth, C S Mallinathananan, M C Shastri
Publisher: B L Nyayatirth

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Page 7
________________ विषयानुक्रमः (Contents ) तृतीय संस्करण : दो शब्द Preface Introduction प्रथमोऽध्यायः मङ्गलम् ग्रन्थ- संगतिः जीवतत्त्व विवेचनम् उपयोगमयत्वं श्रमूर्तित्व कर्तृत्व स्वदेहपरिमाणत्वं भोक्तृत्वं उर्द्ध वगतिस्वभावत्वं सिद्धत्वं अजीवतत्वम् पुद्गलद्रव्य धर्माधर्मद्रव्यसिद्धि आकाशद्रव्यम् कालद्रव्यम् श्रास्रवतत्त्वम् वध-तत्त्वम् 1 5 9 र्ज छे रह र ला काहि काही ‍ 8 ५ १३ १३ १४ २३ २४ २८ ३२ ३४ ४० ४२

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