Book Title: Jain Bhajan Sangraha
Author(s): ZZZ Unknown
Publisher: ZZZ Unknown

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Page 33
________________ मेरा धाम (मोक्ष) शुध्दातम है मेरा नाम, मात्र जानना मेरा काम । मुक्ति है मेरा ध मिलता जहाँ पुर्ण विश्राम जहाँ भुख का नाम नही है, जहाँ प्यास का काम नही है। खाँसी और जुखाम नही है। आधि व्याधि का नाम नही है | सत शिव सुंदर मेरा धाम, शुध्दातम है मेरा नाम। मात्र जानना मेरा काम ॥ 1 स्वपर-भेद विज्ञान करेगे, निज आतम का ध्यान धरेगे । राग - व्देष का त्याग करेगे, चिदानंद रस पान करेगे || सब सुखदाता मेरा धाम, शुध्दातम है मेरा नाम । मात्र जानना मेरा काम ॥2 जय जिनेन्द्र 33

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