Book Title: Gnatadharmkathang ka Sahityik evam Sanskrutik Adhyayan
Author(s): Rajkumari Kothari, Vijay Kumar
Publisher: Parshwanath Vidyapith
View full book text ________________ 125 प्रथमा ज्ञाताधर्मकथांग का भाषा विश्लेषण 125 * तुम्हत्थ, तुज्झम्मि 27. अस्मद् अम्ह शब्द एकवचन बहुवचन अहं, हं 1/62, 14/33 अम्हा, अम्हे 1/121 द्वितीया अहं, हं, ममं, णं 1/124 अम्ह, अम्हे तृतीया मए, मे 1/118 अम्हेहि, अम्हेहिं, अम्हाहि, अम्हाहिं चतुर्थी, षष्ठी मे, मम, मह 1/25, 1/63 अम्हाण पंचमी अम्हं 1/156, ममाओ ममाहितो सप्तमी मए, मे, ममम्मि मज्झाहि, मज्झाहिंतो महसुं ममम्हि, ममस्सि, ममत्थ 28. क्रिया विश्लेषण- वर्तमान काल और उसकी विशेषताएँ . एकवचन बहुवचन . प्रथम पुरुष दलयति 1/106, विहरति 1/109 करेइ 2/23, पिहेइ 2/23 . णिग्गच्छंति 1/110 उवठ्ठवेन्ति 1/133 वदंति नमसंति 1/211 करेंति 2/20 झियाएंति 9/15 . मध्यम पुरुष झियायसि 1/53, करेसि 1/55 विहरसि 1/177 पाडेसि 1/178 पायाएज्जासि 2/14 विप्पसरित्था 1/185 . उत्तम पुरुष सदृहामि 1/155, इच्छिामि 1/124, 1/126 अणवडढेमि 2/13, Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
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