________________
:४६:
पुरस्कार नहीं ले सकता
___ सन् १९१६ में विश्वविश्रुत श्री एम० विश्वेश्वरय्या एक बहुत बड़े इन्जीनियर थे जिन्होंने मैसूर के पास ऐतिहासिक कृष्णराजसागर-बाँध तथा वृन्दावन गार्डन निर्माण किया जिसे देखकर दर्शक आज भी 'मन्त्र मुग्ध हो जाते हैं। वे एक बार शिकागो गये। वहाँ पर किसी विषय पर एक लेख तैयार करना था। उन्होंने एक लेखक को आठ डालर पारिश्रमिक देकर उस कार्य को करने के लिए कहा। उन्हें ठीक निश्चित समय पर एक महिला सेक्रटरी के द्वारा लेख प्राप्त हुआ। उसे पढ़कर वे अत्यधिक प्रसन्न हुए। उन्होंने उस महिला सेक्रटरी को नौ डालर दिये । जब लेखक को यह ज्ञात हुआ तो वह उन्हें ढूंढ़ता हुआ उनके
Jain Education Internationale & Personal [email protected]