Book Title: Gagar me Sagar
Author(s): Devendramuni
Publisher: Tarak Guru Jain Granthalay

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Page 166
________________ : ७६ : सलाह नहीं, सहयोग नदी में तेज बाढ़ आ रही थी । एक महिला नदी के किनारे खड़ी हुई करुण क्रन्दन करते हुए पुकार रही थी कि मेरा नन्हा सा बच्चा नदी में बह गया है । मेहरबानी कर उसे निकाल दीजिए । महिला के करुण क्रन्दन को सुनकर सैकड़ों व्यक्ति वहाँ एकत्रित हुए । किन्तु उस उफनती हुई नदी में कूदने की किसी की भी हिम्मत नहीं थी । कहीं यह महिला स्वयं नदी में न कूद पड़े, इसलिए कुछ व्यक्तियों ने उसे पकड़ लिया और कितने ही बचाने का उपाय सुझाने लगे। कितने ही उपदेश झाड़ने लगे कि इस प्रकार नदी के किनारे स्नान नहीं करना चाहिए । लोगों की भीड़ ने देखा एक किशोर नदी में से उस बच्चे को लेकर बाहर आ रहा है । लोगों ने : १५१ : Jain Education Internationalte & Personal Usev@rjainelibrary.org

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