Book Title: Chhandonushasan
Author(s): Hemchandracharya, H C Bhayani
Publisher: Kalikal Sarvagya Shri Hemchandracharya Navam Janmashatabdi Smruti Sanskar Shikshannidhi Ahmedabad

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Page 11
________________ १० 96 97 97 97 90 94 98 98 99 99 OU 99 नागकेसर नवचंपकमाला विद्याधर कुब्जककुसुम कुसुमास्तरण मधुकरीसंलाप सुखावास कुंकुमलेखा नवकुवलयदाम कलहंस संध्यावली कुंजरललित कुसुमावली विद्युल्लता पंचाननललिता मरकतमाला अभिनववसंतश्री मनोहरा आक्षिप्तिका किन्नरलीला मकरध्वजहास कुसुमाकुलमधुकर . भ्रमरविलास मदनविलास विद्याधरहास कुसुमायुधशेखर उपदोहक 100 100 100 100 कुसुमितकेतकीहस्त 104 कुंजरविलसित 105 राजहंस 105 अशोकपल्लवच्छाया 105 अनंगललिता 105 मन्मथविलसित 106 ओहुल्लणक 106 कज्जललेखा 106 किलिकिंचित 107 शशिबिंबित 107 अर्धसमा-चतुष्पदी चंपककुसुम (अर्धसम) 108 मुखपंक्ति (अर्धसम) 108 संकीर्णा चतुष्पदी 108 सर्वसमा चतुष्पदी ध्रुवक 109 शशांकवदना 109 मारकृति 110 महानुभावा अप्सरोविलसित 110 गंधोदकधारा 111 पारणक 111 पद्धडिका 111 रगडाध्रुवक 112 सातमो अध्याय : द्विपदी-वर्णन कर्पूर 113 कुंकुम लय 113 भ्रमरपद गरुडपद 114 101 101 110 101 101 102 102 102 102 103 103 दोहक 103 113 चंद्रलेखा सुतालिंगन कंकेल्लिलताभवन 104 104 114 •104 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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