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जैन-विभूतियों अन्य राज्य को प्राप्त नहीं था। इन्दौर में विशाल 'वाटर वर्क्स' के निर्माण कराने का श्रेय आपको ही है। सम्पूर्ण संसार में ऐसी एक-दो योजनाएँ ही क्रियान्वित हुई हैं। इसने आपको चिर स्मरणीय बना दिया। शिक्षा जगत् में आपने राज्य की अभूतपूर्व सेवा कर क्रान्ति ही ला दी। नगर विकास न्यास, इन्दौर की स्थापना कर आपने आधुनिक ढंग से स्नेहलता गंज, तुकोगंज, मनोरमा गंज आदि बस्तियाँ बसाई। देशी रियासतो में बाफना जी ही पहले प्रशासक थे, जिन्होंने सहकारी कानून बनाकर इन्दौर प्रीमियर को-ऑपरेटिव बैंक की स्थापना की।
संवत् 1996 में बाफना जी सेवानिवृत्त हुए। तत्कालीन बीकानेर के महाराजा गंगासिंह जी उन्हें अपनी रियासत का प्रधानमंत्री बनाकर ले गये, जहाँ वे दो वर्ष रहे और बहुत लोकप्रिय हुए। आपने रतलाम और अलवर रियासतों के मुख्यमंत्री पदों पर भी कार्य किया। परन्तु स्वास्थ्य खराब रहने की वजह से संवत् 2004 में पूर्णत: सेवानिवृत्त हो गये।
___ बाफना जी सौजन्यता और उदारता की प्रतिमूर्ति थे। अनेक विधवाओं, विद्यार्थियों और दीन-दु:खियों की सहायता वे निरन्तर करते रहते थे। अनेक वर्षों तक महाराज की नाबालिगी में राज्य के सर्वेसर्वा
और निरन्तर चौदह वर्षों तक प्रधानमंत्री रहते हुए भी जब वे कार्यभर से मुक्त हुए तो आकंठ कर्ज में डूबे थे। कोई और होता तो करोड़ों की सम्पत्ति अर्जित कर ली होती। अपनी मृत्यु से एक-दो वर्ष पूर्व बाफना जी ने जैसलमेर स्थित अपनी पैतृक संपत्ति का भी एक ट्रस्ट बना दिया जो अब भी गरीबों, बीमारों एवं असहायों की सहायता करता है। ओसवाल वंश का यह सितारा संवत् 2021 में इन्दौर में अस्त हुआ।