Book Title: Bharatiya Sanskruti me Jain Dharma ka Yogdan
Author(s): Hiralal Jain
Publisher: Madhyapradesh Shasan Sahitya Parishad Bhopal

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Page 416
________________ जैन साहित्य-ग्रन्थ सूची ४०३ ५२ ज्ञातृधर्म कथा (णायाधम्मकहाओ) पाठान्तरसहित पूर्ण तथा अध्ययन ४ और ८ एवं ह और १६ का अंग्रेजी अनुवाद-एन. व्ही. वैद्य ( पूना, १९४०) ५३ उपासक दशा-अंग्रेजी अनुवाद, भूमिका व टिप्पण आदि सहित-हार्नले (कल कत्ता १८८५-८८) भूमिका वर्णकादिविस्तार व अंग्रेजी टिप्पणी सहित प. ल. वैद्य (पूना, १६३०) ५४ अन्तकृदशा । अंग्रेजी भूमिका, अनुवाद, टिप्पण व शब्दकोष सहित५५ अनुत्तरोपपातिक S एम. सी. मोदी ( अहमदाबाद, १६३२) व अंग्रेजी भूमिका, स्कंदक कथानक व शब्दकोश सहित-प.ल. वैद्य (पूना, १६३२ ५६ विपाक सूत्र-अंग्रेजी भमिका, वर्णकादि विस्तार व शब्दकोष सहित-प. ल. वैद्य (पूना १९३३) व अनुवाद व टिप्पण सहित - चौकसी और मोदी (अहमदाबाद, १९३५) ५७ औपपातिक सूत्र-मूलपाठ व पाठान्तर - एन. जी. सुरू (पूना, १६३६) ५८ रायपसेणिय -अंग्रेजी अनुवाद व टिप्पणों सहित भाग १-२ -एन. व्ही. वैद्य (अहमदाबाद, १६३८)व हीरालाल बी. गांधी (सूरत, १६३८) ५६ निरयावलियाओ (अन्तिम ५ उपांग) अंग्रेजी भूमिका व शब्दकोष सहित पी. एल. वैद्य (पूना, १६३२) । ६० जीतकल्प सूत्र-भाष्यसहित-पुण्यविजय (अहमदाबाद, वि. सं. १९६४,) व्याख्या व चूर्ण सहित -जिनविजय (अहमदाबाद, वि. सं. १९८३) ६१ कल्प-व्यवहार-निशीथसूत्र पाठान्तर सहित-वाल्टर शुब्रिग (लाइपजिंग व अहमदाबाद) ६२ निशीथ-एक अध्ययन -दलसुख मालवणिया (आगरा, १६५९) ६३ स्टूडिएन इन महानिशीथ -हेम एण्ड शुबिंग. हेमवर्ग, १६५१ ६४ उत्तराध्ययन –अंग्रेजी प्रस्तावना, टिप्पण आदि सहित-जाल चाटियर (उपसाला, १९१४) ६५ दशवकालिक - अंग्रेजी भूमिका, अनुवाद व टिप्पण सहित -ल्यूमन और वाल्टर शुबिंग (अहमदाबाद, १९३२) ६६ नन्दीसूत्र-हिन्दी अनुवाद, प्रस्तावना, शब्दकोष आदि सहित -हस्तिमल्ल मुनि (मूथा, सतारा, १९४२) Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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