Book Title: Bharatiya Sanskruti me Jain Dharma ka Yogdan
Author(s): Hiralal Jain
Publisher: Madhyapradesh Shasan Sahitya Parishad Bhopal

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Page 440
________________ अभय ] शब्द सूची ४२७ अनिवृत्तिकरण २७६ अनीक ६४ अनीतपुर १७५ अनुकम्पा २४३ अनुगामी ( अवधिज्ञान ) २४६ अनुचिन्तन २७२ अनुज्ञा १०७ अनुत्तरोपपातिकदशा ६३ अनुप्रेक्षा २६८, २६६ अनभाग २२५, २३५ अनुमान २४७ अनुयोग ६४ अनुयोगद्वार ७० अनुयोगद्वारसूत्र १३६ अनुयोगवेदी रणरंगसिंह १०८ अनुरोधपुर ३५ अनेकान्त ६, ८, ६, २४८ अनेकान्तजयपताका ६१ अनेकान्त प्रवेश ६३ अनेकान्तवादप्रवेश ६१ अनेकान्त व्यवस्था ६३ अनेकार्थनाममाला १६६ अनेकशेषव्याकरण १८५ अन्तःक्रियाएँ ५७ अन्तकृदशा ६२ अन्तरात्म ११८ अन्तराय २२६, २३४, २३६ अन्तराय कर्म २३३, २८८ अन्तरकथा संग्रह १७८ अन्तर्मुहूर्त २३४, २३५ अन्तर्लम्बन ११८ अन्नराजवसति ३३२ अन्नविधि २८४, २८८, २८६ अन्यत्व ११६ अन्यत्व भावना २६९ अन्यमुद् १२० अन्ययोग व्यवच्छेद ८८, ९२,१२३ अपकर्षण २२५ अपभ्रंश ४, १२४, १४०, १५२, २८२ १८३, १८४, १६१, ३७६ अपभ्रंशपुराण १७१, ३७१ अपराजित १४, १५४ अपराजित संघ ३२ अपराजित सूरि १०७ अपराजिता २६५, २६६ अपरांत ७४ अपरांत ७४ अपरिग्रह २५ अपरिग्रहाणुव्रत २६० अपर्याप्त २३० अपवर्तन ८१ अपायविचय १२२, २७२ अपुनवर्धक १२० अपूर्वकरण २७६ अप्रतिपाति २४६ अप्रत्याख्यान २२७, २२८ अप्रशस्त २३०, २३५ अबद्ध ३१ अफगानिस्तान ३०५ अमय १६८ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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