Book Title: Bharatiya Sanskruti me Jain Dharma ka Yogdan
Author(s): Hiralal Jain
Publisher: Madhyapradesh Shasan Sahitya Parishad Bhopal

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Page 474
________________ पुष्कल] शब्द सूची ४६१ पाश्र्वनाथ गोम्मट १२६ पार्श्वनाथ चरित ८७ पार्श्व परम्परा २७ पार्श्वपर्वत ३३, (मंदिर) ३२३ पावपुराण १७० पार्श्वर्षि ८१ पार्श्वसम्प्रदाय २६ पापित्य २१, ६० पाश्वोभ्युदय १७० पालक राजा २६, १२६ पालगोपाल कथा १७५ पालि ३ पालि व्याकरण १८८ पाल्यकीति १८७ पावा २४, ३३, ३१६, (गिरि) ३१६, पुण्डरीक ४४, २९७ पुण्ड्रवर्धन ३४, १६० पुण्णासवकहाकोसो १६४ पुण्य २३३ पुण्याश्रव कथा कोष १७८ पुद्गल ६, २२० पुद्गल द्रव्य २२० पुद्गल स्कन्ध २२० पुनिस सेनापति ४० पुन्नाटक गच्छ १७७ पुन्नाट देश १७७ पुन्नाट संघ १७७ पुरंदरविहाणकहा १६४ पुरमंतरंजिका ३१ पुराण २६६ पुराणसार संग्रह १६६ पुरुष २२७ पुरूषपुण्डरीक १० पुरुषलक्षण २८४ पुरुषसिंह १० पुरुषार्थ २३६ पुरुषार्थता २४० पुरुषार्थसिध्युपाय ८५, १०८ पुरुषोत्तम १० पुलकेशी ३६, ३१४, ३२० पुष्करगण १५७ पुष्करगत २८४, २८८ पुष्करणी २६३ पुष्करवरद्वीप ६४ २६४ पुष्कल (स्थान) ३२ पाशक २६० पाषण्ड मत १०३ पासणाह चरिउ १५७ पाहुडदोहा ११८ पिंगल १५४, १९०, १६४, (निधि) २६६ पिंडनियुक्ति ६८ पिंडविधि १११ पिंडशुध्दि १०५ पिंडस्थ ध्यान १२१, १२२ पित्तलहर ३३४, ३३६ पिशाच ५ पिहितात्रव १६० पुडुकोट्टाइ ३१३ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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