Book Title: Bharatiya Sanskruti me Jain Dharma ka Yogdan
Author(s): Hiralal Jain
Publisher: Madhyapradesh Shasan Sahitya Parishad Bhopal
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भारतीय संस्कृति में जैन धर्म का योगदान
[जटिलमुनि
जटिलमुनि १५४ जथरिया २३ जनक ५०, १६७ जनवाद २८४, २८८ जनसंक्षोभन २६१ जम्बू २६, २६, १५६ जम्बूचरित्र १४६ जम्बूचरियं १४६ जम्बूद्वीप ६३, ६६, २६३ जम्बूदीवपण्णत्ति ६७, ३०१ जम्बूद्वीपप्रज्ञप्ति ६६, ६३ जम्बूवन ३२० जम्बूसामिचरित १४८, १६३ जम्बूस्वामी १४८ जम्बूस्वामिचरित ३०३ जयकीर्ति १५० जयचन्द्र १७२ (मुनि) १४७
(सूरि) १७८ जयतिहुयण स्तोत्र १२४ जयदामन् ४२, ३१० जयदेव १६५ जयधवल १५५ जयघवला (टीका) ८२, १६७ जयन्त २८, ६४ जयन्ता २६६ जयन्ती २६, १५१, १७२, २६५ जयन्ती प्रकरण १५१ जयंघर १५६ जयपुर ४५ जयभट (गुर्जर नरेश) ४२
जयमित्र हल्ल १५८ जयविजय १७६ जयशेखर १५० जयसिंह (द्वि०) ३९, १७२, १५०,
१८६ जयसिंह चालुक्य १७० जयसिंह सूरि ६२, १५०, १७२,
१७३, १८० जयसेन १०, ८४, १०६, १३६, १६६ जयादित्य १८६ जयानन्द १२७, १४६ जरासन्ध ४, १०, २० जलकाय २१८ जलगत ६५ जल्पनिर्णय १८६ जवणालिया २८५ जसवइ १५६ जसहर चरिउ १५८, १७१ जातक १५० जाति १६२, २२९ जान मार्शल ३०५ जामालि ३०, ५७ जायसवाल डॉ० २५ जायसी १४८ जावालिपुर ४३, १४५ जिज्ञासा १२०, २८१ जितशत्रु १४९, १६० जिनकल्प २७, २०७ जिनकीति १७२, १७३, १७५, १७८ जिनचतुर्विशतिका १२७
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