Book Title: Bharatiya Sanskruti me Jain Dharma ka Yogdan
Author(s): Hiralal Jain
Publisher: Madhyapradesh Shasan Sahitya Parishad Bhopal

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Page 466
________________ द्विक्रिया ] शब्द सूची ४५३ देवागमवृत्ति ८८ देवागमस्तोत्र १८९ देवागमालंकृति ८८ देवायु २२६, २३४ देवी १३६ देवेन्द्र १७४, १८६ देवेन्द्रकीर्ति १०५, १२६ देवेन्द्रगणि (नेमिचन्द्र) ७३ देवेन्द्रगणि १३५, १४५, १५१ देवेन्द्र सूरि ८१, १४१, १४२, १४६, १७२, १७५ देवेन्द्रस्तव ६६ देशघाती २३६ देशविरत १२०, २७५ देशव्रत १०२, २६१ देशावकाशिक १०२, ११७ देशावधि २४६ देशीगण ३३, ३६ देशी-नाम-माला १९६, १९७ देशीप्रकाश १६८ देशीशब्दसंग्रह १६६ देशीसार १६८ दैव स्मशान ३०२ दोधक ६६ दोसाऊरिया २८५ दोस्तरिका ३३३ दोहकसूत्र ११३ दोहा १९२ दोहाकोश ११६ द्यूत २८४, २८८ द्यूताश्रय २६१ द्रमिलगण ३३ द्रविड ४२ द्रव्य ६ द्रव्य निक्षेप २५३ द्रव्यलिंगी १०३ द्रव्यलोक ६३ द्रव्यश्रमण १०३ द्रव्यश्रुत ५१ द्रव्यसंग्रह ८० द्रव्यहिंसा २५६ द्रव्यानुयोग ७४ द्रव्याथिक नय २५१ द्राविड संघ ३२, ३१३ द्राविडी २८६, ३१८, ३२१ द्रुतविलंबित १६५ द्रोण १५५, १६५ द्रोणगिरि ३२० द्रोणचार्य ७३ द्रौपदी ६१ द्वयाश्रयकाव्य १३६, १७३, १८६ द्वात्रिशिका १२१, १२३ द्वादशकुलक १०७ द्वादशांग आगम २५, १४६ द्वादशानुप्रेक्षा १.५ द्वादशारनयचक्र ६१ द्वारका २० द्वारपाल २६६ द्वारावती ६३ द्विक्रिया ३१ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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