Book Title: Bharatiya Sanskruti me Jain Dharma ka Yogdan
Author(s): Hiralal Jain
Publisher: Madhyapradesh Shasan Sahitya Parishad Bhopal
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भारतीय संस्कति में जैन धर्म का योगदान
ध्यान-योग
१४९ कार्तिकेयानुप्रेक्षा ( स्वामिकुमार ) शुभचन्द्र टीका पं. कैलाशचन्द्र कृत हि. अनु. डॉ. उपाध्ये कृत अं. प्रस्तावनादि स ( रायचन्द्र शा. अगास, १९६०)
१५० योगबिन्दु (हरिभद्र ) - सटीक ( जैन ध. प्र. स. भावनगर, १६११ ) १५१ योगदृष्टि समुच्चय (हरिभद्र ) स्वोपज्ञ टीका स. (दे. ला. बम्बई, १९१३ ) १५२ योगविंशिका (हरिभद्र ) पातञ्जल योगसूत्र सटीक व पं. सुखलाल की भूमिका स. ( अ. ग्रं. भावनगर, १९२२)
१५३ षोडशक (हरिभद्र यशोभद्र व यशोविजय टीकाओं स. (दे. ला. बम्बई, १६११)
१५४ परमात्म प्रकाश ( योगीन्द्र) ब्रह्मदेव कृत सं. टीका व दौलतराम कृत हिन्दी, टीका डॉ. उपाध्ये कृत अं. प्रस्तावना व पं. जगदीशचन्द्र कृत हिन्दी अनु. स. (रायचन्द्र शा., अगास, १९६० )
१५५ पाहुड दोहा (रामसिंह) डॉ. ही. ला. जैनकृत भूमिका, हिन्दी अनु. प्रदि स. ( कारंजा जैन सीरीज, १९३३ )
१५६ इष्टोपदेश ( पूज्यपाद) आशाधर टीका, धन्यकुमार कृत हि. अनु. व चम्पतयकृत अं. अनु. और टिप्पणों स. (रायचन्द्र शा. बम्बई, १९५४ ) १५७ समाघितन्त्र ( पूज्यपाद) प्रभाचन्द्र टीका, परमानन्द कृत हि. अनु. व, जु. मुख्तार कृत प्रस्तावना स. ( वीर सेवा मन्दिर सरसावा, १९३६) १५८ द्वात्रिंशद् द्वात्रिंशिका ( यशोविजय ) - सटीक (जै. ध. प्र. स. भावनगर सं. १९६६)
१५६ आत्मानुशासन ( गुणभद्र ) - प्रभाचन्द्र टीका, अंग्रेजी, हिन्दी प्रस्ता. हिन्दी अनु. स. ( जीवराज जै. ग्रं. सोलापुर १६६१) जु. जैनी कृत अंग्रेजी अनु. स. ( अजिताश्रम, लखनऊ, १९२८) बंशीधर कृत हिन्दी टीका ( जैन ग्रं. र. का. बम्बई, १९१६ )
१६० सुभाषितरत्नसंदोह ( अमितगति) - निर्णयसागर बम्बई, १६०६) हि.. अनु. स. (हरि. दे. कलकत्ता, १९१७ )
१६१ योगसार ( अमितगति) -
1 - सनातन जं. ग्रं. कलकत्ता ११९८ ) १६२ ज्ञानार्णव ( शुभचन्द्र) - हि. अनु. स. ( रायचन्द्र शा., बम्बई, १९०७ ) १६३ योगशास्त्र (हेमचन्द्र ) स्वोपज्ञ वृत्ति स. (जै. घ. प्र. स. भावनगर १९२६ ) १६४ अध्यात्म रहस्य ( आशाधर ) हिन्दी व्याख्या जु. मुख्तार कृत ( वीर सेवा मन्दिर, दिल्ली, १९५७ )
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