Book Title: Bharatiya Sanskruti me Jain Dharma ka Yogdan
Author(s): Hiralal Jain
Publisher: Madhyapradesh Shasan Sahitya Parishad Bhopal
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भारतीय संस्कृति में जैन धर्म का योगदान
२१६ उपदेशमाला (धर्मदास) रामविजय व सिद्धर्षि टीकाए (हीरालाल हन्स
राज, जामनगर. सं. १९३४) ऋषभदेवजी केशरीमल संस्था इन्दौर,
२१७ उपदेशपद (हरिभद्र) -मुनिचन्द्र टीका स. जैनधर्म प्र. व., पालीताना,
१९०६, मक्तिकमल गै. मो. बड़ौदा, १९२३-२५) २१८ धर्मोपदेशमाला विवरण (जयसिंह) -सिंधी. बम्बई, १९४६ २१६ शीलापदेशमाला (जयकीर्ति) तरङ्गिणी टीका स. (हीरालाल हन्सराज,
जामनगर १६०६) २२० पाख्यानमणिकोश (देवेन्द्र नेमिचन्द्र) आम्रदेव कृत टीका स. (प्राकृत
टैक्स्ट सोसायटी) २२१ भवभावना (मल-हेमचन्द्र) सोपज्ञ वृत्ति स. ऋषभदेव के. जै. श्वे. संस्था,
रतलाम, सं. १९९२ २२२ कुमारपालप्रतिबोध (सोमप्रभ) गा. ओ. सी. बड़ौदा, १९२०, गुज. अनु.
आत्मासभा., सं. १९८३, डॉ. आन्सडर्फ कृत अपभ्रंश संकलन
जर्मन प्रस्ता. अनु. स. हेमवर्ग, १९२८ २२३ जयन्तीप्रकरण (मानतुङ्ग) -पन्यास मणिवि ग्रं. अहमदाबाद, सं. २००६ २२४ कथारलकोष (गुणचन्द्र) -जैनआत्मा. ग्रं. भावनगर, १६४४ । २२५ विजयचन्द्रचरित (चन्द्रप्रभ) जै. ध.प्र. स. भावनगर, १९०६, गुज.
अनुवाद वही सं. १९६२ २२६ संवेगरंगशाला (जिनचन्द्र) निर्णयसागर, बम्बई. १६२४ २२७ विवेकमंजरी (आसाढ़) -बालचन्द्र टीका स. विविध सा. शा. मा. बना
रस, सं. १९७५ २२८ उपदेश रत्नाकर (मुनिसुन्दर) जै.ध. वि. प्र. वर्ग, पालीताना. सं. १९६४,
दे. ला. बम्बई, १९२२ २२६ कथामहोदधि (सोमचन्द्र) कर्पर प्रकर स. ही. हं. जामनगर, १६१६ २३० वर्धमानदेशना (शुभवर्धन) जै. ध. प्र. सभा. भावनगर, बालाभाई छगन. लाल, अहमदाबाद, सं. १९६०
प्रथमानुयोग अपभ्रश : २३१ पउमचरिय (स्वयंभू) भाग १-३ ह. चू. भायाणी कृत प्रस्ता. स. (सिंधी
मा. वि. भ. बम्बई, १६५३, १६६०) देवेन्द्रकुमार कृत हि. अनु. स. १-५६ संधि भा. १-३ भारतीय ज्ञानपीठ, काशी, १९५७-५८
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