Book Title: Banarsi Nammala
Author(s): Jugalkishor Mukhtar
Publisher: Veer Seva Mandir

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Page 24
________________ दिन्दी शब्दकोष धूम जानि जीमूत प्रग, पावकरिपु पयदान । ११संपा बनरुचि चंचला, चपला दामिनि जान ॥३३॥ हाहा हूहू किंपुरुष, विद्याधर गंधर्व । अप्सर यक्ष तुरंगमुम्ब, दवयानि ए सर्व ॥३४|| जातुधान दानव दनुज, गफस देव-विषकाव । दिनिनंदन मानुषभखन, असुर निसाचर जक्ख ॥३५।। हरित ककुभ प्रासा दिसा,3"सुरपति पावक काल । नैरित वरुन पचन धनद, ईम पाठ दिकपाल ॥३६।। दक्षिन नेरित वारुनी, वायु उतर ईसान । पूरव पातक अध उग्ध, ए दम दिसि अभिधान ॥३७॥ दिग्गज ऐरावत कुमुद, पुहुपदेत पुंडरीक । अंजन सारवभौम तह, वामन सूपरतीक ॥३८॥ ३. बिजलीनाम ३२ गंधर्वनाम ३३ दैत्य (राक्षस) नाम ३४ दिशानाम ३५ अष्टदिक्यालनाम ३६ दशदिशानाम ३७ अष्ट दिग्गजनाम।

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