Book Title: Banarsi Nammala
Author(s): Jugalkishor Mukhtar
Publisher: Veer Seva Mandir
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सुरमंडप
सुरमंडप
सुरवास
सुरा
सुरालय
सुवर्ण
सुवासना
सुविहित
सुषिर
सुहृद (द)
सु (= ) डाल सुंदरी
सू (शू) कर
सूतु
सून्य (शून्य)
सूपरतीक (सुप्रतीक)
सूर.
शूर
१०६
१०३ |सूरि
सूली (शूली)
६१,१२७ | सृ ंग (शृ ंग)
8 | सेज [दे०]
सेठि (श्रेष्टी)
सेना
१२८
१५०
१३४ सेनानि (नी)
६६
से (र्श) मुषी
८०
सेव (वा)
सेवक
१५२
७५ सैल (शैल)
१५३ सो (शो) ति
८१
सोपान
१६७
सोम
३८
सोमवंसि (श्य - शीय)
३६
ਚੋਬ
१४४ | सोम (सौम्य )
सौम
६५
२३
१५८
१३१
६२
१४०
२५
१२०
१३४
ΞΕ
१४५
६४
१३७
४१
१६
१०२
४६

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