Book Title: Banarsi Nammala
Author(s): Jugalkishor Mukhtar
Publisher: Veer Seva Mandir
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गौरि
चरन
४६
। घोर २१ घान(ण)
६७
गौरि(री) गौरि(री)पति ग्यान (ज्ञान) ग्रह ग्रंथ
१२०
४३, १६७
ه
ه
प्राम
च3 (चतु:) चकवा [दे०] चकोर चक्रधर चक्री
१०२ १५७
१६०
م
ग्रामहरि ग्रीव (ग्रीवा) ग्रीषम(म)
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चा
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घट
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चतुर्भुज चन्द्र चपल चपला
घन
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चमू
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घनवाहन घनसार घरनि (गृहिणी) घिरत (घृत) घोटक
। चल
१२६ चर १५३ । चरन(ण)
१६४ ८६, १५६
१००

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