Book Title: Banarsi Nammala
Author(s): Jugalkishor Mukhtar
Publisher: Veer Seva Mandir

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Page 43
________________ ૪૨ बनारसी नाममाला २४२नाभिज मृगमद कम्तुरी, कुंकुम रकतागार ॥१३०॥ २४३सयन मंच परयंक तह, २४ सेज तलप उपधान | २४"दरपन मुकुर सुश्रादरस,२४६ छायाकरन वितान ॥१३१ २४"मुकट किरीट सिरोरतन, २४८ प्रातपत्र मिरछत्र । २४९पद सिंहासन पीठ तह, २५ हेति सुश्रायुध अस्त्र ।।१३२ २५ भूप महीपति छत्रधा, मंडलस राजान । ३५३चक्री साग्वभौमनृप, ३५३मंत्री सचिव प्रधान ।।१३३।। २५४सव निषेव उपासना, २५"शासन पुहुप ?) निदेस । २५६भागपुन्य सुविहित सुकृतक,२५°सकल खंड लव लेस २४२ कस्तूरीनाम २४३ पलंगनाम २४४ शय्यानाम २४५ दर्पणनाम २४६ चंदोवानाम २४७ मुकुट. नाम २४८ छत्रनाम २४६ सिंहासननाम २५० अस्त्रनाम । २५१ राजानाम २५२ चक्रवर्तिनाम २५३ मंत्रीनाम २५४सेवानाम २५५अाज्ञानाम २५६पुण्यनाम २५७खंडनाम *इस नामका नाटक समयसारमें निम्न पद्य पाया जाता है:

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