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श्रीमद् कुन्दकुन्दाचार्य कृत
अष्टपाहुड
[ श्री श्रुतसागर सूरि कृत संस्कृत टीका ]
हिन्दी अनुवादक पं० पन्नालाल साहित्याचार्य, सागर
सौजन्य से
श्री राजकुमार जी निर्मला देवी पांड्या जयपुर
कोटा,
भारतवर्षीय अनेकान्त विद्वत् परिषद्
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