Book Title: Arhat Vachan 2011 10
Author(s): Anupam Jain
Publisher: Kundkund Gyanpith Indore

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Page 23
________________ 2 2 अर्हत् वचन, 23 (4), 2011 कालक्रम से शताब्दी टीकाकार जिनप्रभसूरि प्रलम्बसूरि (1275) | पृथ्वीचन्द्रसूरि क्षेमारत्न माणिक्यशेखर (14-15 शदी के बीच ) 15वीं ई. शदी कमल संयत (1497) 16वीं ई. शदी पार्श्वचंद्र ( 1515) पार्श्वचंद्रगणी जिनहंस (1525) | हर्षकुल (1526) नियुक्ति भाष्य चूर्णि बृहत्कल्प चूर्णि (सं.प्रा.) संस्कृत टीका सन्देह विषौषधिककल्प पंजिका कल्पसूत्रटिप्पण्क | पिण्डनियुक्तिवृत्ति (अवचूरि) आवश्यकवृत्ति, पिण्डनिर्युक्ति दीपिका उत्तराध्ययन टीका आचारांगवृत्ति आचारांगटीका सूत्रकृतांग दीपिका (विवरण) भागवती एवं उत्तराध्ययनटीका लोकभाषा में रचित व्याख्या आचारांग सूत्रकृतांग पर बालावबोध

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