Book Title: Arhat Vachan 2011 10
Author(s): Anupam Jain
Publisher: Kundkund Gyanpith Indore

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Page 91
________________ डॉ. महावीर शास्त्री को राष्ट्रपति सम्मान घोषित महामहिम राष्ट्रपति भारत सरकार द्वारा मानव संसाधन मंत्रालय की ओर से पुरस्कृत 2011 वर्ष का 'महर्षि बादरायण व्यास सम्मान' प्रसिद्ध भाषाविद् डॉ. महावीर प्रभाचंद्र शास्त्री, सोलापुर को घोषित हुआ है। 15 अगस्त के दिन इसकी अधिकृत घोषणा की गई। संस्कृत, पर्शियन, अरेबिक, पाली / प्राकृत इन प्राच्य भाषाओं द्वारा विशेष योगदान देने वाले विद्वानों को यह पुरस्कार दिया जाता है। 65 वर्ष से अधिक आयु के विद्वानों को जीवन गौरव एवं 40 वर्ष से कम उम्र के विद्वानों को विशेष उल्लेखनीय कार्य हेतु यह पुरस्कार दिया जाता है। मा. राष्ट्रपति द्वारा एक लाख रुपये, सम्मान चिन्ह एवं प्रशस्ति ऐसा इस पुरस्कार का स्वरूप है । विविध विश्वविद्यालय के कुलपति, शिक्षा सचिव, सम्मान पात्र विद्वत् गण आदि इस पुरस्कार समिति के सदस्य होते हैं । विविध भाषाओं का ज्ञान, प्राकृत भाषा एवं जैन दर्शन के प्रचार व पुनरुत्थान हेतु प्रयत्न, ऑस्ट्रेलिया में विश्व शांति परिषद में जैन धर्म का प्रतिनिधित्व, सिडनी के सेमिनार में प्राकृत विषय पर शोध निबंध प्रस्तुति, टोरोन्टो कनाडा में व्याख्यान श्रृंखला, प्राचीन हस्तलिखित ग्रंथों का जतन, प्राकृत शिक्षा शिविर आदि अनेक विशेषताओं हेतु डॉ. महावीर शास्त्री को यह पुरस्कार घोषित हुआ है। आगामी 26 जनवरी को राष्ट्रपति भवन में इस पुरस्कार का वितरण होगा। इससे पूर्व डॉ. महावीर शास्त्रीजी को दक्षिण भारत जैन सभा द्वारा आचार्य कुंदकुंद पुरस्कार, भारतीय ज्ञानपीठ द्वारा प्राकृत भाषा विशारद आदि अनेक पुरस्कारों से भी सम्मानित किया गया है। वर्तमान में शास्त्रीजी वालचंद महाविद्यालय, सोलापुर में प्राकृत संस्कृत विभाग के प्रमुख पद पर कार्यरत है तथा 128 वर्ष प्राचीन पत्रिका जैन बोधक के भी मानद सम्पादक है। प्रतिष्ठाचार्य महावीर शास्त्रीजी का जैन दर्शन, ज्योतिष, वास्तु शास्त्र, पूजाविधान एवं प्राकृत संबंधी प्रारंभिक ज्ञान परमपूज्य आचार्य श्री विद्यानंदजी मुनिराज के निर्देशन में श्री कुंदकुंद भारती, दिल्ली में पूर्ण हुआ है। डॉ. उदयचंद जैन, उदयपुर के मार्गदर्शन में पीएच. डी. प्राप्त की है। स्व. पं. वर्धमान पार्श्वनाथ शास्त्री जी के पोते श्री महावीर शास्त्री जी ने पंडित परंपरा बरकरार रखते हुए अनेक क्षेत्रों के पंचकल्याणक प्रतिष्ठाओं के साथ ही इस पुरस्कार की विशेष उपलध्धि प्राप्त की है। तरुण क्रांति पुरस्कार 2011 श्रीमती मेनका गांधी, डॉ. वीरेन्द्र हेगड़े व श्री गुलाम कोठारी को दिया गया तरुण क्रांति मंच नईदिल्ली की ओर से हर वर्ष दिया जाने वाला तरुण क्रांति अवार्ड पूज्य मुनिश्री क्रांतिकारी राष्ट्रसंत तरुणसागरजी के सान्निध्य में बी. एन. कॉलेज ग्राउंड उदयपुर में एक विराट जनसभा में देश की नामचीन हस्तियों को 10 अगस्त 2011 को उदयपुर में प्रदान किए गए। जीव दया व शाकाहार के लिए सांसद मेनका गांधी ( दिल्ली) को समाज सेवा व जैन समुदाय के रोल मॉडल के लिए पद्मभूषण डॉ. डी. वीरेन्द्र हेगड़े (धर्मस्थल) को तथा साहित्य, आध्यात्म एवं सकारात्मक चिंतन के लिए विख्यात विचारक व राजस्थान पत्रिका के प्रधान सम्पादक श्री गुलाब कोठारी (जयपुर) को प्रदान किया गया। गत वर्ष यह पुरस्कार भोपाल में डॉ. किरण बेदी, (दिल्ली) व दैनिक भास्कर समूह के चेयरमेन श्री रमेश अग्रवाल (भोपाल) को दिया गया था । तरुण क्रांति मंच ट्रस्ट दिल्ली के अध्यक्ष विजेन्द्र कुमार जैन, महामंत्री धर्मपाल जैन, कोषाध्यक्ष प्रणव कुमार जैन एवं ट्रस्टी एड. सुनील कुमार जैन ने इन शख्सियतों को स्मृति चिन्ह, अभिनंदन पत्र व 51 हजार रुपए के साथ ही शॉल, माला व श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया। तरुण अवार्ड काउंसिल के अध्यक्ष डॉ. उज्जवल पाटनी (दुर्ग) ने पुरस्कृत अतिथियों का परिचय देकर अभिनंदन अर्हत् वचन, 23 (4), 2011 90

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