Book Title: Arhat Vachan 2000 07 Author(s): Anupam Jain Publisher: Kundkund Gyanpith Indore View full book textPage 6
________________ आख्यायें / REPORTS ऋषभदेव संगोष्ठी, जम्बूद्वीप- हस्तिनापुर, 21 मई 2000 कृष्णा जैन जैन धर्म की प्राचीनता पर राष्ट्रीय सेमिनार जम्बूद्वीप- हस्तिनापुर, 11 जून 2000 खिल्लीमल जैन 4 राष्ट्रीय प्राच्यविद्या सम्मेलन, चेन्नई, 28-31 मई 2000 कृष्णा जैन गतिविधियाँ मत- अभिमत अगले अंकों में प्रकाश्य आलेख Jaina Paintings in Tamilnadu Jainism Abroad T. Ganesan Satish Kumar Jain The Solar System in Jainism and Modern Astronomy Rajmal Jain आधुनिक विज्ञान, 'वर्गणायें' तथा 'निगोद' स्नेहरानी जैन आचार्य श्रीधर का गणितीय अवदान 73 - 75 77 79 85 अनुपम जैन, ममता सिंघल एवं प्रशान्त तिलवनकर ध्यातव्य 1. अर्हत् वचन में जैन धर्म / दर्शन के वैज्ञानिक पक्ष तथा जैन इतिहास एवं पुरातत्व से संबंधित मौलिक, शोधपूर्ण एवं सर्वेक्षणात्मक आलेखों को प्रकाशित किया जाता है। डॉ. अनुपम जैन, सम्पादक - अर्हत् वचन कुन्दकुन्द ज्ञानपीठ, 584, महात्मा गांधी मार्ग, तुकोगंज मेन रोड़, इन्दौर-452001 फोन : (का.) 545421 (नि.) 787790 2. शोध की गुणात्मकता एवं मौलिकता के संरक्षण हेतु दो विश्वविद्यालयीन प्राध्यापकों अथवा पारम्परिक विषय विशेषज्ञों से परीक्षित करा लेने के उपरान्त ही आलेख अर्हत् वचन में प्रकाशित किये जाते हैं। 3. शोध आलेखों के अतिरिक्त संक्षिप्त टिप्पणियां, अकादमिक संगोठी / सम्मेलनों की सूचनाएँ / आख्याएँ, आलेख एवं पुस्तक समीक्षाएँ, विशिष्ट गतिविधियां, विशिष्ट अकादमिक पुरस्कारों एवं प्रकाशनों की सूचनाओं को भी प्रकाशित किया जाता है। सम्पादकीय पत्र व्यवहार का पता अर्हत् वचन, जुलाई 2000Page Navigation
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