Book Title: Apbhramsa Rachna Saurabh
Author(s): Kamalchand Sogani
Publisher: Apbhramsa Sahitya Academy
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प्रथमा
द्वितीया
तृतीया
चतुर्थी
व
षष्ठी
पंचमी
सप्तमी
सम्बोधन
प्रथमा
द्वितीया
तृतीया
चतुर्थी
व
षष्ठी
पंचमी
सप्तमी
सम्बोधन
168
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एकवचन
कहा, कह
कहा, कह
कहाए, कहए
कहा, कह
कहा, कह
कहा, कह
कहाहिं, कहहिं
कहा, कह
एकवचन
मइ, मई
मई
मइ,
मइए, म
मई
महे, म
आकारान्त स्त्रीलिंग - कहा
मई,
मई
महे, म
महिं, महिं
मइ,
बहुवचन
कहा, कह, कहाउ, कहउ
कहाओ, कहओ.
कहा, कह, कहाउ, कहउ
कहाओ, कहओ
कहाहिं, कहहिं
कहा, कह
कहाहु, क
कहाहु, कहहु
कहाहिं, कहहिं
कहा, कह, कहाउ, कहउ
कहाओ, कहओ, कहाहो, कहहो
इकारान्त स्त्रीलिंग - मइ
बहुवचन
मइ, मई, मइउ,
मइओ, मईओ
मइ, ई, उ,
मइओ, मईओ
महिं, महिं
मइ, मई
महु, महु
महु, महु
महिं, महिं
मईउ
मई
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मइ, ई, उ, मईउ
मइओ, मईओ, मइहो, मईहो
अपभ्रंश रचना सौरभ
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