Book Title: Apbhramsa Rachna Saurabh
Author(s): Kamalchand Sogani
Publisher: Apbhramsa Sahitya Academy

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Page 239
________________ क्र.सं. | क्रिया अर्थ 75 प्रयत्न करना अक/सक अक सक सक चोप्पड 99 110 स्निग्ध करना चुराना छोड़ना ठगना छीजना स्पर्श करना छल सक छिज्ज अक 8. छुअ सक 82 छूटना अक 83 छोड छोड़ना सक 84 छीलना सक छोल्ल जग्ग 85 जागना अक 86 जगड झगड़ा करना अक 87 जण सक 110 88 जम्म अक 57 उत्पन्न करना जन्म लेना बूढा होना जलना जर अक 40 जल अक जागर जागना अक ३ / 92 जाण जानना, समझना सक 93 जिंघ सूंघना सक 118 94 जिण सक 118 जीतना जीमना 95 जिम सक 99 96 जीना 97 जूज्झ 98 जम लड़ना जीमना प्रकाशित करना सक 110 99 जो सक 118 100 झा ध्यान करना सक 118 220 अपभ्रंश रचना सौरभ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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