Book Title: Apbhramsa Rachna Saurabh
Author(s): Kamalchand Sogani
Publisher: Apbhramsa Sahitya Academy

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Page 198
________________ स्त्रीलिंग - इमा (यह) एकवचन इमा, इम. प्रथमा द्वितीया इमा, इम बहुवचन इमा, इम, इमाउ, इमउ इमाओ, इमओ इमा, इम, इमाउ, इमउ इमाओ, इमओ इमाहिं, इमहिं इमा, इम इमाहु, इमहु तृतीया इमाए, इमए इमा, इम इमाहे, इमहे चितुर्थी व [षष्ठी पंचमी सप्तमी इमाहे, इमहे इमाहिं, इमहिं इमाहु, इमहु इमाहिं, इमहिं पुल्लिंग - आय (यह) प्रथमा द्वितीया तृतीया एकवचन आय, आया, आयु, आयो । आय, आया, आयु आयें, आयेण आयेणं आय, आया आयसु, आयासु आयहो, आयाहो आयस्सु आयहां, आयाहां आयहिं, आयाहिं बहुवचन आय, आया आय, आया आयहिं, आयाहिं आयेहिं आय, आया आयहं, आयाहं [चतुर्थी [षष्ठी पंचमी सप्तमी आयहुं, आयाहू आयहिं, आयाहिं अपभ्रंश रचना सौरभ 179 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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