Book Title: Apbhramsa Rachna Saurabh
Author(s): Kamalchand Sogani
Publisher: Apbhramsa Sahitya Academy

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Page 236
________________ क्र.सं. 1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 क्रिया अच्च अच्छ अस आगच्छ आवड इच्छ उग उग्घाड उच्छल उच्छह उज्जम उट्ठ उड्ड उपकर उप्पज्ज उप्पाड उल्लस उवविस उवसम उस्सस ऊतर ओढ अपभ्रंश रचना सौरभ Jain Education International अर्थ पूजा करना बैठना खाना परिशिष्ट - 2 क्रिया - कोश अक / सक सक अक सक सक अच्छा लगना सक इच्छा करना सक उगना अक खोलना, प्रकट करना सक अक आना उछलना उत्साहित होना प्रयास करना उठना उड़ना उपकार करना पैदा होना उपाड़ना, उन्मूलन करना खुश होना बैठना शान्त होना साँस लेना ऊतरना, ओढना नीचे आना अक अक अक अक सक अक सक अक अक अक अक अक सक For Private & Personal Use Only पृ.सं. 99 26 110 118 118 110 49 99 26 57 26 26 49 99 49 99 26 64 64 64 64 110 217 www.jainelibrary.org

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