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ता. संभावना यउ उपशमश्रति रवलयती मन्त्र एरमात्र उ-उपशमन मति निपार शामिक निव पन्नांगो भार बोर्ड विष्मन्त रामान मे सनम उव समिएर यनित एवं खलु उब समिएरो पार (रा. इम स्व. सायकनिप रामघाति-धा) पा.पारे रणामों से ध्यान न रमौ भाग) हामा भो गोए मंझानुभाव
आशावर
पारीणामियस्सर
मिएणं ७ एवंरवय
समय
एव-क्षयोपशमिक प्रति प• परिणाम कभावनिष्पन्न न हि जे जेनेभा गाति ही कसं जोगी
उसमियस्तं ६ पारिणामिस्स १७ नबजात दुसनिग सं
उ उदयभाने उपशम कमावलाय. ना. नामसभा भाग ३ एत्री बोलकर निमिश्रनिष्य नायर इम संघ लिया ग तुम उदय उप शमस यनिखन्त हरिया) से बनाम उदय
जांगा नाम बिनाम उदर उसमिए स्वयं निष्णुनिय प्रि
ततेा इ.) हस्त नामसभा चना यह
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