Book Title: Anuyogadwara Sutra
Author(s): Aryarakshit, 
Publisher: Sujalpur

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Page 406
________________ कड टुकडड़कर चाबी मजाणिवा माइककार आग्गा तिरपगमे उवाधाय निद्य विष्णू गाम सुना। सियनिझति-भूग नगदेतसमिप मार्यो किं' उ-उपर थानाजेर्फक्त प्रगतश्रन्यो कोणतं ते कथतानिख साकरई स- अथकिं को एतं ते बइतर कोण भगवंत केलि मया सर्कितं निरेकवनिछतिरगाम ग्राम सकिंत उवद्यायनि रुवता हुनउप तो कोण उप से. नेउ अध्य नभरि ब इ. शस्त्रागतिक हिप्स मूला जाणं वउ बिगाघाथ की जाणि बउ धरनष्ट छत्ति-प्रणुगामि २रमा हिंदाहिंमूल गाहाहिं -प्रसंगंतचे सामय कध्ये स्व. माहाम एावण माता माति उपनु पञ्च किहि प्रयाग यनमणीरबर सामायिक स्वाहरूनिका तु श्री उपदेस नगमा दिवा निर्गमनंनि श्रादीनाथघ ग्रॅम 'स. सम्पत सामायिकतत्व जाण रतलामा दसक सामा कवादियकी साभावि एहबु जोजारण इडली उदा मनि की रादिपरि जाने गरि स सामान्य साव छविरति रिस वि ति सामा यकस्तुरित्यनि त्यस्वरूप सण सश्रम स मचनारोपत्र संभवति एम किसान यनाधी सम दासयनिगाग्म खितकालपुरी सयकार र पञ्च यलरकए नए सामा यो कति ।।

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