Book Title: Anuyogadwara Sutra
Author(s): Aryarakshit, 
Publisher: Sujalpur

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Page 380
________________ नीम-पता जजेरनेवास-प्रापए मिहानवय्यागीयानि पहवा३ मध किंधोग ना. पंचास्तिकाकदिनाधर्मालिकायमुख समय परसमयंबतच्यासतंकित ससमयवतयारजपणंससमएमागवि प.प्रस्पीण्याची प्रतापीएल वरसामान्पथीचरणमा गतिनातुबशभजवगभनिगतिनोडपमा उपनयमली ईनिमजीवर व्यातदेशस्पातललाधर्मालिकावधर्मालिकायदवालिएभि. लिकायरत्यादि रत्यादिक श तकरिवाहिए जिम गुरपन्न विझर पर विधर विनिरिधरांसिशनिदसिधर उपदसिधराम जी नारायाणीशन पंथासनिपं गतिश्राही मारमा हतिएकरावधारणीयताउउभ सिहानअनप परसिद्वानश्री चमभूयाइदिकमा निहायाप यवतमाम-नेपानाना पनीरचानासिकानदिहना। धर्मास्तिकायए हम रसायनीवक मतान्य माबधान सपाचनतश्रमारत्यादिक मे तिहांवातानुरष-परसि वस्तुबनावयतना संससमय वसध्याएवंपरसमएविससमय परसमए हिरासतंससमय परसमय को-कोण ग नेगमारिकनरमधळ. म संग्रहश्वतरारनिविण एत्रिणनयमकवतयनामि-बाबर नेर कहीव-वकपनाम पानेमानिणा-रोग लानउ सारीनि त्रीणप्रकार बारबर वनबयाकाए उकंवत्तब्यमिडएणगमसंगह यवहारातक्विजयम म BaEducation.india

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