Book Title: Anuyogadwara Sutra
Author(s): Aryarakshit, 
Publisher: Sujalpur

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Page 347
________________ निहालगना किनकम्मानिकरीसद्रव्यसवप्रयायजा-करिताकवलर्शनबधिरेनझीवानसर्वस्वीनसयवसहायरलायइतथामनबनाएका रकन्समनदलवायाएरस्तुनाचासबपए सर्वनरुपीदवाशिबिघडजोहनासर्वप्रयोशासानातावाशश्मननावानजारते १७२ वीतिपरणीजनितेकेबलदंशजवरणिनाक्ष) Kammपसातभरणीस सेयरर्श उचराये अधीकीउपनावरति नाथ नानारपछावसाकवरदसगाकवससिस्मसब लदेसिस्ससबाहिंसपशावहिग्सतंरसरगयामा परगयामागणतावनीवलगेर यधीमहावीलप्रमाणासनानगरकरीतिचा पोचत्रका पं.परयात तेकहरसा-वा- त्रिप-बेहोपवस्थाप्नीक हास्यावल सीरन विवस प्रशकिकात गुरूरूपमप्रमानव मलामनरादुर्शनधारित्र जिप्रमाण सागारकगुणन उप्रमाणावराप्रमाण भानरबत जिननश्मावि एवोउला कितचरितगणय्यमाणे- पंचविहेपंन्नावतं जहासामारचरित्यगयामाणाबासनि सा-साभायचारित्राप्रमाणपरिलारविसुध्चारित्र सु-समसपण्य ग-यथाषाय र चारित्र स-साना আসি আসি হাসসা चावरणपरिहारविसुधः सुहमसंपरारा४सहरकायस्वरिचगुण्यामाणसामार प्रकारर पस्या त तेकह मासनुसामा कशा जावनीवनुमामा बहिर्वपश्य शतबेदोपस्थापनीकन रकबाकीसतिर्थकरनिवारिहाई निश्करीमलबनोशारोपवट रित्तगुरगय्यमाएगदुरिहिन्लातल्जहारतारिए प्रारकाहिएयार उखावधि 192 विपर्यायना भारतकरी तबनला SPvthianhi

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