________________
इ-गुरुखा चिनी१-चढा नुपूर्वा/सप्रथक को (ए.एच. निश्वर एगा. एक ए.एके को वधारता ॥६६॥ रखा तो यतो सत सात ते नानुपुरंबी श्रादिदेई
३. दस नाग समूह गये तीस-श्रेणितम २३८५
बीज
बाबा पुत्री सकिता गुपीएचए गाया एतर · माहोमा हिसा श्रभ्यादु-बेरुपक फास ते अ-यएगा शुरवी संकरीये एपीयर ६७८९१०075 यदसगलया ए सी एन्नमन्तामारु एम ए ए बी से स. सामा या श्रनुपूर्वा मथकी कोणतं ते भाभारा ति-तिनप्रकार १. रुपा ते-तेक तिने चारीनी (पूवी
हरबर
सामायारि पुछी नाम किंर्तभा बापुची २ तिरिहान्ना संजह पु-पुस्यानुपूवीप-पखानुपुरी2 - श्ररण) से प्रथकिं. पु. पूर/उ.मनिष्य पूरा उउ दकिभाये
बानु
का एासे त
पुची पुची पापुद्दी उपांशु पुछी ग्स र्कितंा पुच्ची उदर १३