Book Title: Anusandhan 2018 11 SrNo 75 02
Author(s): Shilchandrasuri
Publisher: Kalikal Sarvagya Shri Hemchandracharya Navam Janmashatabdi Smruti Sanskar Shikshannidhi Ahmedabad

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Page 319
________________ ३०९ सप्टेम्बर - २०१८ धन्यकुमारनें काजें ना' सल नवी घालें हो. जरा वांक अहमां न मीलें पणिआलो नर सहमें आलें हो. अ.... ४ राजा मानमें अतीहि झूरे पुरुषोत्तम अहनें किम दुःख दीजें हो, ओह नरना यतन करी जे अहनां चरणामृत लीजें हो. ओ.... ५ राजा तेडी खोलें बेसारें मदनने सत जाणो को अन्याई हो, सोना बावजन पर निकलंकी खबर करी छ मास लागें जाई हो.. अ. ६ विविध प्रकारे पटंतर लीधो नवी छुको नर क्याहिं हो, धन्य अहना धैर्य पणाने धन्य यशोदा माई हो. अ... फूल वृष्टि करें गगनथी देवा जेहनें शील कमी नहिं कोई हो, पंचसबदा राय वजडावें वाजें निसाणे घाई हो. अ. अहनि किरति प्रगट करवा मांड फंद करी लियो झालि हो,. कोई वात अपर न जाणई वशूधामें वात ओ साची हो. अ. चवरी मंडावी कुयर परणावें लगल(न) ततखिण लिधां हो, मंत्रीसर मन आनंद पाम्यो मातपिता खूसि किधा हो. अ. राय पूत्र करी परणावें ओ सवि शीयलनो महिमा जाणो हो, चतुरसागर सतरमी ढालें जंपे कुयर विश्वास सहु आणे हो. अ. ११ दूहा अति मंडाण ओछव करी जयसुंदरि परणो कुमारि, पांचसें गाम राई आपिआ वली गजरथ घोडा अपार... १ वली दास दासी तिहां सूपीआ सूप्यो अरथ भंडार, मंत्री वली विशेषे आपतो गणतां नावें पार... २ पंच दिवस बाहिर रहिं जमाड्यो जान मांडवो गांम, सज्जन जिन संतोषिया वरती जगमें आम... राजा देवदत्तनें आपें गाम पंसास, मित्र आहवा जग वखाणिई जगमें पाली वाच... ४ अंबाडि उपरि बेंसीने दंपती आवें नगर मझार माथें छत्र चामर ढलें गुणिजन कीति करें सफार... ५ ___ m

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