Book Title: Anusandhan 2016 09 SrNo 70 Author(s): Shilchandrasuri Publisher: Kalikal Sarvagya Shri Hemchandracharya Navam Janmashatabdi Smruti Sanskar Shikshannidhi Ahmedabad View full book textPage 7
________________ अनुक्रम सम्पादन पञ्चतीर्थकरस्तोत्राणि __- सं. मुनि कल्याणकीर्तिविजय १ यमकबन्धमयः जिनस्तवः ( सावचूरिः) - सं. मुनि कल्याणकीर्तिविजय ५ श्रीवस्तुपालादिप्रशस्तिसंग्रहः (त्रुटितः अपूर्णश्च) - सं. गणि सुयशचन्द्रविजय-मुनि सुजसचन्द्रविजय १५ श्रीवस्तुपालादिप्रशस्तिसंग्रह-नो परिचय - विजयशीलचन्द्रसूरि २३ . श्रीसर्वविजयजीकृत 'पुण्डरीक शब्दशतार्थी - सं. गणि सुयशचन्द्रविजय-मुनि सुजसचन्द्रविजय ३० श्रीलक्ष्मीकल्लोलगणिकृत सप्तवर्गाक्षरवरेण्यावमशब्दग्रथितः सूक्तसङ्ग्रहः - सं. विजयशीलचन्द्रसूरि ४० मुनिश्री प्रेमविजयजी कृत केटलीक गुर्जर लघु रचनाओ - सं. मुनि धुरन्धरविजय ५३ प्रेमविजयजीनी रचनाओ विषे ___ - विजयशीलचन्द्रसूरि ६१ पण्डित-श्रीजयविजयजी-रचित वाचक-श्रीकल्याणविजयजी-रास __ - सं. मुनि त्रैलोक्यमण्डनविजय ६४ वाचक-राजरत्नकृत शत्रुजय-चैत्यपरिवाडी-स्तवन - सं. जिज्ञान विशाल शाह १०१ स्वाध्याय आचार्य कुन्दकुन्द (लगभग ६ठीं शती) - प्रो. सागरमल जैन १०५ तत्त्वबोधप्रवेशिका-२ ख्यातिवाद - मुनि त्रैलोक्यमण्डनविजय ११८ विहङ्गावलोकन ___- उपा. भुवनचन्द्र १५० प्रकीर्ण ग्रन्थावलोकन - - Willem Bollée १५६ सुधारो डॉ. मधुसूदन ढांकी स्मृतिशेष १६१ १६२Page Navigation
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